(छोटे बच्चों की 5 मजेदार कहानियां) Baccho Ki Kahani-

छोटे बच्चों की मजेदार कहानियां, हमेशा से ही उन्हें मनोरंजन के साथ-साथ सीखने का अवसर प्रदान करती आईं हैं। छोटे बच्चों के लिए मजेदार कहानियों की दुनिया भर में कई चर्चा का विषय रही है।


छोटी छोटी कहानियाँ बच्चों के मन को शिक्षा और सबक सिखाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। हिंदी में छोटी-सी कहानी सुनना और पढ़ना हमारे जीवन में आनंद और मनोरंजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।


इस लेख में, हम आपके साथ कुछ ऐसी हिंदी में मजेदार कहानियों साझा करेंगे जो,मनोरंजन के साथ-साथ सीखने का अवसर प्रदान करती हैं।

Chote Baccho Ki Majedar Kahaniya

1) दोस्ती का जादू- छोटे बच्चों की मजेदार कहानियां


गरमी के दिन, एक छोटे से गांव में चार दोस्त रहते थे - राम, श्याम, हरी और गोलू। वे सभी मिलकर रोज़ खेलते थे। एक दिन, उन्होंने एक जादूगर के यहाँ से जादू सीखने की कहानी सुनी।

जादूगर ने उन्हें एक चम्मच दिया और कहा, "जो भी इस चम्मच को झाड़े में डालेगा, वह जादू हो जाएगा।"

चारों दोस्तों ने खुशी-खुशी चम्मच को झाड़े में डाल दिया। और हो गया जादू! चम्मच से निकली हुई रंगीन बूंदें आसमान में उड़ने लगी।

राम बोला, "देखो, यह कितना सुंदर जादू है!"

श्याम ने कहा, "हां, और इससे हम गांव के लोगों को भी खुश कर सकते हैं।"

फिर से सभी मिलकर चम्मच को झाड़े में डाल दिया और एक-दूसरे को रंगीन बूंदों से सजाने लगे। उन्होंने सभी को खुश और मुस्कराते हुए बना दिया।

इससे सिख मिली: दोस्ती का जादू सबसे खास होता है। वे सभी दोस्त अब भी एक-दूसरे के साथ रंग-बिरंगे खुशियों का जादू करते हैं और हमेशा खुश रहते हैं।

2) चमत्कारी पेंसिल- Baccho Ki Kahani


जादुई पेंसिल की कहानी

एक बच्चे का नाम रिया था, रिया को एक दिन एक देदी जी ने एक चमत्कारी पेंसिल दी। जब रिया उस पेंसिल से कुछ खींचती तो उससे विभिन्न रंगों की चमकती हुई रेखाएँ निकलती।


रिया ने बहुत खुशी महसूस की। उसने अपने दोस्त विक्रम को भी पेंसिल दिखाई।


विक्रम भी रिया की तरह खुश हो गया और उसे एक खास चित्र बनाने लगा। चमत्कारी पेंसिल की सहायता से वह खूबसूरत रंगीन चित्र बना दिया।

उस चित्र को देखकर रिया बहुत प्रसन्न हुई और उसे अपने कमरे की दीवार पर लगा दिया। अब रिया और विक्रम रोज़ अलग-अलग चित्र बनाते और उन्हें सजाते थे।

चमत्कारी पेंसिल ने दोस्तों को खुश किया और उन्हें अद्भुत कला का अनुभव करने का मौका दिया।

3) जादूई पंखे- Baccho Ki Majedar Kahani

रिया और रोहन के पास जादूई पंखे थे। जब वे उन्हें हिलाते, तो हवा उनके पसारी हुई उड़ानों को देखते। एक दिन, रिया और रोहन जादूई पंखों को खो दिया। वे उन्हें अपने पूरे घर में खोजने लगे।


उन्होंने अपने कमरे, बालकनी, रसोई, और अख़िरकार बाग में भी देखा, लेकिन जादूई पंखे नहीं मिले।


वे निराश होकर उदास हो गए। रोहन ने रिया को संभालते हुए कहा, "रिया, घबराओ मत, हम फिर से जादूई पंखे बनवा लेंगे।"


रिया ने भी खुशी से हाँसते हुए कहा, "हाँ, और फिर हमें देखेंगे कि हमारे नए जादूई पंखों से हम कितनी ऊंचाई तक उड़ सकते हैं!"

वे फिर से जादूई पंखे बनवा लिए और उसके साथ खेलते हुए खुशी-खुशी उड़े। जादूई पंखे ने उन्हें एक नया जहाज़ी अनुभव दिया।

4) खोई हुई खिलौना- Baccho Ki Kahani In Hindi


Baccho Ki Kahani In Hindi

एक बड़े खुले मैदान में एक छोटी सी बच्ची खेल रही थी। उसके पास उसका सबसे प्यारा खिलौना था - एक रंग-बिरंगी गुड़िया। बच्ची बहुत खुश थी और अपनी गुड़िया के साथ खेलते हुए वक्त बिताती थी। गुड़िया उसके लिए सबसे अच्छी दोस्त बन गई थी।


एक दिन, बच्ची अपनी गुड़िया के साथ मैदान में खेल रही थी, और उसका ध्यान अचानक अभी-अभी किसी और चीज पर चल गया। वह गुड़िया को वहीं छोड़ दी और दूसरी तरफ भाग निकली।


खेलते खेलते, उसका ध्यान गुड़िया पर आया और वह उसे ढूंढने लगी। परंतु गुड़िया कहीं भी नहीं मिल रही थी। उस छोटी सी बच्ची ने पूरे मैदान में खोजा, पर गुड़िया का पता नहीं चला। वह रोने लगी और दुखी होकर अपने माँ के पास चली गई।


उसने अपनी माँ से रोते हुए कहा, "माँ, मेरी गुड़िया खो गई। मैं उसे नहीं ढूंढ पा रही।"


माँ ने उसे संबोधित करते हुए कहा, "बेटा, तुम रोना छोड़ो। हम मिलकर तुम्हारी गुड़िया को खोजेंगे।"

फिर से बच्ची, उसकी माँ, और अन्य लोग मिलकर गुड़िया की तलाश में निकल पड़े। वे हर जगह खोजते और पूरे मैदान में देखते, परंतु गुड़िया नहीं मिली।


बच्ची ने अपनी दिल की आवाज़ सुनी और अपनी गुड़िया की यादों को याद किया। उसने समझा कि गुड़िया उसके लिए कितनी अहमियत रखती है। वह अपने खोए हुए खिलौने की मदद के लिए अपने दोस्त से मदद मांगी।


उसके दोस्त ने उसकी मदद की और उन्होंने एक छोटे से झोंपड़ी के पास एक गुड़िया मिली। वह उसकी गुड़िया थी जो वह खो चुकी थी। बच्ची ने गुड़िया को आगे देखते हुए हँसते हुए उठाया और अपने दोस्त को धन्यवाद दिया।

बच्ची खुशी से उसकी गुड़िया के साथ वापस मैदान पर वापस खेलने लगी। वह आज और खुश थी क्योंकि उसने समझ लिया था कि कुछ खोने से हम उसकी मूल्यवान चीज़ों को पहचानते हैं और उसकी गुड़िया उसके लिए सबसे अधिक मूल्यवान थी।

5) हाथी के दांत- छोटे बच्चों की मजेदार कहानियां

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रोहन और कविता बहुत खुशनुमा बच्चे थे। एक दिन, उन्हें दादी जी ने बताया कि हाथी के दांत कितने मजेदार होते हैं।

रोहन और कविता ने बहुत दिनों बाद दादी जी के साथ बाघ की सवारी की। वे हाथी के पास पहुंचे और हाथी के दांत को देखने लगे।

रोहन ने पूछा, "दादी जी, हाथी के दांत बहुत बड़े हैं। ये कितने मजेदार होते हैं?"

दादी जी ने कहा, "जरा देखो और स्पष्टीकरण करो, ये हाथी के दांत नहीं, सिर्फ एक ही दांत है।"

रोहन और कविता ने दादी जी के सवाल पर मुस्कराते हुए कहा, "दादी जी, आप भी ना, हमें तो मजाक करना है, हाथी के दांत तो हम जानते हैं, सिर्फ एक ही होते हैं।"

दादी जी भी हँसते हुए कहीं गईं, "हाँ, बिल्कुल सही। तुम दोनों बहुत होशियार हो!"

रोहन और कविता फिर से हंसते हुए दादी जी के साथ हाथी की सवारी का मजा लेने लगे।

छोटे बच्चों की मजेदार कहानियां- छोटी छोटी कहानियाँ बच्चों के मन को शिक्षा और सबक सिखाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। हिंदी में छोटी-सी कहानी सुनना और पढ़ना हमारे जीवन में आनंद और मनोरंजन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। 

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